Sunday, September 30, 2018

SADO लखनादोन को सिवनी कलेक्‍टर ने किया सम्‍मानित


     दबंग रिपोर्टर :रन्‍जीत पुरी गोस्‍वामी 
SADO लखनादोन को सिवनी कलेक्‍टर ने किया सम्‍मानित
वैसे तो देखा जाये एक ओर प्रशासि‍नक तौर पर अनेको कर्मचारी व अधिकारी शासन की योजनाओ के साथ-साथ जनता की सेवा मे दिन रात लगे रहते है, और शासन की योजनाओ व गतिविधियो के अनुरूप ही अपने कार्य को बडी इेमानदारी व निष्‍ठाभावना से अपनी सेवाये देने को लगे रहते है, परन्‍तु उन्‍ही के बीच से निकलकर कुछ अधिकारी शासन व जनता की हित को ध्‍यान रखते हूये अनोखा काम कर जाते हे जिसके कारण जिले में बैठै जिम्‍मेदार उच्‍चाधिकारी ऐसे ईमानदार अधिकारियों का सम्‍मान करने मजबूर हो जाते है, जो ऐसा ही काम लखनादौन के वरिष्‍ठ क़षि विकास अधिकारी बी0आर0 अठठया जी को सिवनी के कलेक्‍टर माननीय गोपाल चंद्र डाड जी द्वारा उत्‍कृष्‍ट कार्य के लिये लोक दिवस के उपलक्ष्‍य में प्रशस्त्‍िा प्रत्र से सम्‍मानित किया गया,जिसमें जिले के लोक सेवा प्रबंधक संदीप मिश्रा जी का सहयोग मिलने पर बीआर0 अठठया जी ने प्रशंसा करते हुये विभाग के समस्‍त कर्मचारियेा व लखनादौन के किसान भाइयों के साथ मीडिया जगत का भी आभार व्‍यक्‍त किया ा


Sunday, September 16, 2018

लखनादोन पेट्रोल पंप चौराहे के जबलपुर रोड का अतिक्रमण दे रहा किसी बड़ी दुर्घटना को संकेत - प्रशासन नही दे रहा रहा ध्यान


    दबंग रिपोर्टर*रन्‍जीत पुरी गोस्‍वामी
लखनादोन पेट्रोल पंप चौराहे के जबलपुर रोड का अतिक्रमण दे रहा किसी बड़ी दुर्घटना को संकेत - प्रशासन नही दे रहा रहा ध्यान
लखनादौन।वैसे तो एक ओर देखा जाए शाशन/प्रशासन अतिक्रमण से संबंधित अनेको योजनाएं व पहल को संचालित कर रहा है और अनेको जगहो पर अतिक्रमण की कार्यवाई भी की जा रही हैपरन्तु लखनादोन का एक मात्र सबसे बड़ा चौराहा जो नेशनल हाइवे-से लगा जबलपुर रोड पर वन विभाग कार्यालय के समक्ष हो रहा अतिक्रमण जो प्रशाशन को ठेंगा दिखाते हुए,वाहन के आवाजाही में बाधक तो उत्‍पन्‍न कर ही रहे है आर किसी बड़ी दुर्घटना होने का इंतजार भी करा रहा हैजो आये दिन यह भी देखा गया कि इन पानठेलो के सामने ही अनेको बड़े वाहन रोड पर बने डिवाइडरों से भिड़ते हुए नजर आए और कभी कभी विचलित होकर इन रोड से लगे पानठेलो में जाकर टकरा जाता है,क्योंकि नियम से देखा जाए तो यह जमे पानठेले रोड से बिल्कुल लगे हूये हैओर यदि एक वाहन निकलता है तो दूसरा उसे ओवरटेक करेगा तो यहां पर जमे ठेलो पर खड़े युवाओं को भी समेटता हुआ निकलेगा जिसमें यह भी देखा गया कि यहां पर शहर के अनेको युवाओ का जमावड़ा लगा रहता है,ओर इन पानथेलो की आड़ लेते हुए चाय-सिगरेट पीने के बहाने से गांजादारूइत्यादि नशीले मादक पदार्थो का सेवन भी करते हुए नजर आते हैओर इस बात की जानकारी प्रशासन को होने के वाबजूद अब तक क्यों सतर्क नही हो पा रहा हैयह बात भी उसी तर्ज पर नजर आती है "जैसा दिए तले अंधेरा"है,ओर इनके कान में अब तक जूं भी नही रेंग पा रही है,यह दुर्भाग्य ही कहा जाए जिसके कारण जनचर्चा का विषय भी बना हुआ हैलखनादोन का प्रशाशन भले ही वाहिरी लोगो को नशीले मादक पदार्थो को पकड़ने में सक्षम हो परन्तु शहर में इन पानठेलो की आड़ लेते हुए शहर के युवा नसीले मादक पदार्थो का सेवन रोक पाने में प्रशासन बौना साबित हो रहा है,ओर न ही किसी भी तरह से अतिक्रमण को रोक पाने में असक्षम नजर आ रहा हैफिर भी देखते है कि मीडिया के माध्यम से दी गई जानकारी पर कितना सजग होता है प्रशासन यह समय ही बताएगा,,
इनका कहना है-
आपके द्वारा मुझे इस बात की जानकारी अवगत हुई हैहम इसे संज्ञान में ज़रूर लेते है,ओर एसडीम महोदय जी से भी बात करते है-एसडीओपी अरविंद श्रीवास्तव जी लखनादोन
एसडीओपी अरविंद श्रीवास्तव जी लखनादोन
आज तो रविवार हैमें इस बात की जानकारी लखनादोन थाना प्रभारी से लेकर सज्ञान में लेता हूं-तहसीलदार लखनादोन-एससीएस परते जी
तहसीलदार लखनादोन-एससीएस परते जी
ठीक है इस बात को में तुरन्‍त संज्ञान में लेता हूं और जरूर ही अतिकमण हटाने की कार्यवाई की जावेगी- सीएमओ नगर पंचायत लखनादौन
                           सीएमओ नगर पंचायत लखनादौन



Friday, September 14, 2018

*लखनादोन के बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम उगल रहा जले हुए 2000 रु.के नोट*

दबंग रिपोर्टर-रंजीत पुरी गोस्वामी
*लखनादोन के बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम उगल रहा जले हुए 2000 रु.के नोट*
*कस्टमर के नोट बदलने में बैंक कर रहा आनाकानी*
*एजेंसी दे रही गोलमोल जबाब*
*कस्टमर की बनी फजीता*
*जिम्मेदार अधिकारी नही कर पा रहे तत्काल कोई निराकरण*
*हो सकता है बड़ा खुलासा*
लखनादौन एसडीएम अंकुर मेश्राम ने दिए जांच के आदेश

🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶

लखनादौन में पहली बार लगभग 9 ग्राम स्मैक के साथ आरोपी गिरफ्तार


  दबंग रिपोर्टर*रन्‍जीत पुरी गोस्‍वामी
लखनादौन में पहली बार लगभग 9 ग्राम स्मैक के साथ आरोपी गिरफ्तार
लखनादौन- जुआरियों और सटोरियों की नाक में नकेल कसने के बाद लखनादौन नगर निरीक्षक एम डी नागोतिया ने अब नषेडि़यों पर कार्यवाही का मन बना लिया हैं। जिसके तहत गत दिवस मादक पदार्थ स्मैक के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया गया।
मुखबिर द्वारा लखनादौन पुलिस को सूचना मिली की वार्ड क्र. 08 में मयूर स्टूडि़यों के सामने चाय दुकान में एक व्यक्ति मादक पदार्थ को बेचने की फिराक में खड़ा हुआ हैं और ग्राहक का इंतजार कर रहा हैंजिसकी सूचना थाना प्रभारी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। पुलिस कप्तान विवके राज सिंह का दिषा निर्देष और एसडीओपी अरविन्द श्रीवास्तव के मार्गदर्षन में तथा थाना प्रभारी के एम डी नागोतिया के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने योजना बनाकर आरोपी महाराज सिंह पिता सरजू उर्फ सूरज सिंह पटैल उम्र 45 वर्ष निवासी सूरवारी थाना ठेमी जिला नरसिंहुपर को पकड़ा जिसके पास से 8 ग्राम 81 मिलीग्राम मादक पदार्थ स्मैकजिसकी अनुमानित कीमत 50 हजार रू हैंको जप्त कर एनडीपीएस (मादक पदार्थ अधिनियम) की धारा 8/21 के अंतर्गत आरोपी को न्यायालय में पेष कर दिया हैं। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सहित प्रधान आरक्षक भूणेष्वरआरक्षक अजय वर्मनहोमेष्वरजयप्रकाष उइकेराघेवन्द्र तथा वाहन चालक आरक्षक प्रकाष की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
थाना प्रभारी श्री नागोतिया ने बताया कि पूर्व में भी नरसिंहपुर जिले के अंतर्गत थाना ठेमी में भी आरोपी महाराज सिंह पर मादक पदार्थों की तस्करी के मामले दर्ज हैं । लखनादौन क्षेत्र में जिस तरह जुंआ सट्टागौकषी और अवैध शराब में मामले में कार्यवाही हो रही है उसी तरह मादक पदार्थ बेचने वालों  ऐसी कार्यवाही आगे जारी रहेंगी। जिसमें आमजन का सहयोग आवष्यक हैं। ज्ञात हो कि जिले सहित लखनादौन थाना अंतर्गत यह पहला मामला है जिसमें मादक पदार्थ तस्करी में आरोपी को माल सहित गिरफ्तार किया गया है। परन्‍तु कुभ्‍भकरणी निंद्रा से जिले के अन्‍य थाना प्रभारी कब जागेगे और ऐसे कारनामें को अंजाम देने के लिये, जो सिर्फ महोदव प्रसाद नागोतिया द्वारा ही ऐतिहासिक कारनामे कर दिखाने में सक्षम नजर आ रहे, जो क्राइम के साथ-साथ जनता के दिलो की धडकन बन चुके नागेतिया किसी भी तरह के कार्यौ को करने में पीछे नही है, चाहे सामाजिक,धार्मिक, या कानूनन हो इत्‍यादि क्षेत्रो मे इनकी भागीदारी बनी हुई है, वही दूसरी तरफ जिले के सम्‍पूर्ण थाना में क्‍या ऐसे थाना प्रभारी क्‍यों नही है, क्‍या कारण है ऐसे कारनामें करने में अक्षम है,और न ही कोई इस तरह से रूची रखते है , जो सम्‍पूर्ण जिले मे बाजारी गलियो में जन चर्चा का विषय बना हुआ है ा




Thursday, September 13, 2018

राष्ट्रयोगी संत की शिष्या आर्यिका श्री ने दी, राष्ट्रसंत तरूण सागर जी के लिए विनयांजलि


  दबंग रिपोर्टर-रन्जीत पुरी गोस्‍वामी
राष्ट्रयोगी संत की शिष्या आर्यिका श्री ने दीराष्ट्रसंत तरूण सागर जी के लिए विनयांजलि_
श्रावकों से कहा-अपनी श्रद्धा भक्ति में दर्शन करो।
रत्नत्रय साधना करोअंत समाधि मरण वरो।
निज शुद्धात्मअनुभव से,मुक्ति रमा को वरो-वरो।मृत्यु महोत्सव होहो
ही मुक्ति श्री दिलाये रेजीवन है पानी की बूँद,कब मिट जाए रे••
  बाहर के सिंहासन पर बैठने पर भीसबसे सुन्दर सिंहासन होता है आत्मा के निर्मल भावों का सिंहासन।जब कोई भव्य जीव संसारशरीर,भोग से विरक्त हो करके साधना के मार्ग को अपनाता है। जीवन की हर श्वास को साधना के लिए लगा देता है,ताकि वह अपने जीवन को परम सौंदर्य से श्रृंगार सके।अपने बीच वह क्षण उपस्थित है एक महान भव्य आत्मा मुनि श्री तरूण सागर जी महामुनिराज की समाधि हो गई।
आर्यिका श्री 105 विद्यान्तश्री माताजी ने कहा-अज्ञानी जन मरण को वरण न करना पड़े ऐसा सोचते हैं मरण की सूचना पाते ही घबड़ा जाते है।लेकिन जो ज्ञानी जन है वह मृत्यु से भयभीत नहीं होते।
*जो मृत्यु को महोत्सव के रूप में मनाता है वही मुक्तिवधु को प्राप्त कर पाता है।
सच्चा साधक अपनी आत्मा से प्रेम करने वाला होता है। मृत्यु को गले लगाता है मृत्यु से डरता नहीं है,क्योंकि वह जानता है कि जन्म है तो मरण भी हैडरने वाला नही हूँ मैं। एक पर्याय और कम हो गई उस मृत्यु को भी बड़े प्यार से गले लगाता है।
  साधक सोचता है कि जब  तक यह देह मुझे छोड़े उससे पहले मैं इसे छोड़ दूँ। ज्ञानी जन पुराने वस्त्र छोड़कर नये वस्त्र पहनते हैं। साधू के लिए भी शरीर वस्त्र की तरह होते है उनके लिए एक देह का त्याग कर नयी देह को धारण करना होता है। साधू सामायिकप्रतिक्रमण  क्यों करते हैं?क्योंकि वह अपने परिणामों को संभाल सके।इस देह को तो छोड़ना ही पड़ता है।
   अभी हम हार रहे है क्योंक्योंकि हम इस शरीर के नौकर बने हुए है ये हमसे कुछ भी करवाता है और हम कर देते हैं। लेकिन जो संतजन है वे अपनी आत्मा के नौकर बनते है शरीर के नहीं। साधना का फल समाधि है।जब यह देह नर्जीण हो जाती है जब इसका उपयोग नहीं किया जा सकता तब इस शरीर से ममत्व छोड़ देते हैं,आहार का त्याग कर देते हैविषय कषायों से मुंह मोड़ लेते है।
 कर्तव्यों का पालन अपनी आत्मा के लिए करता है। साधक सामायिक पर बैठे हैं और उनके सामने कोई दुःखीपीड़ा में व्यक्ति बैठा हो तो साधक क्या करेगावात्सल्य भाव रखेगा।और कोई कचड़ा डाल देअपशब्द कह दे तब साधक क्या करता है सामायिक करता है समता भाव में रहता है।
 जब यह देह दुर्बल होता है तब आत्मा बलवान होता है।जो मोक्षमार्गी होता है वह आत्मबलि बन कर करता है।सल्लेखना दो प्रकार की होती है एक काय सल्लेखना दूसरी कषाय सल्लेखना ।शरीर को कष्ट पहुंचनापीड़ा देना काय सल्लेखना है और  शरीर के साथ- साथ कषायों को कृश करना कषाय सल्लेखनाहै। अपने स्वभाव को प्राप्त करने के लिए वह अपनी आत्मा के सम्मुख होता है।
  आर्यिका श्री ने कहा मुनि श्री तरूण सागर जी एक महान संतश्रेष्ठ तपस्वी,क्रांतिकारी राष्ट्र संत थे। जब हम मोक्षमार्ग पर आये भी नहीं  थे तब से उनके "कडवे प्रवचन "से एक झलक सी बनी थी।देश व समाज के लिए बहुत जिए और अंत समय में अपने लिए।
 पपू भावलिंगी संत राष्ट्रयोगी श्रमणाचार्य श्री 108विमर्शसागर जी महामुनिराज  जब फीरोजाबाद में थे तब मुनि श्री तरूण सागर जी का वहां आना हुआ।जब संत मिलन की बात आती है तब आचार्य श्री बड़े ही आनंदितप्रमुदित होते है।बहुत ही सुन्दर मिलन हुआआचार्य श्री के कक्ष में आये,आपस में मधुर वार्ता हुईसंघ में हम सभी के नाम पूंछे। तब देख कर लगा कि यह कितने सरल है कोई ख्याति लाभ पूजा वाले साधू नहीं है। मुनिराज श्री तरूण सागर जी के प्रवचनों ने जैन ही नहीं जैनेत्तर समाज में धर्म की क्रांति छेड़ दी थी।
  आर्यिका श्री ने कहा कि एक साधक जन जन के लिए तो करता है ही लेकिन उसके लिए निज आत्मा की दुनिया ही सबसे प्यारी होती है।
  कुछ दिन पहले ही मुनि श्री शरीर की अपेक्षा से अशक्य दिख रहे थे लेकिन उनके बोल इस प्रकार थे कि मेरा चारों प्रकार के अहारो का त्याग सभी से हाथ जोड़ कर क्षमा याचना कीगुरू संतों से क्षमायाचना कीक्षमायाचना से परिणामों में विशुद्धी  आती है निर्मलता आती है जीवन भर उन्होंने जो साधना की उसका फल आज प्राप्त किया।उन्होंने शरीर का उपचार न लेकर आत्मा का उपचार किया।
 श्री जिन आगम में आया है कि यदि कोई साधक अपने जीवन में उत्कृष्ट समाधि को साध ले तब वह दो तीन बवाल से ज्यादा संसार में  नही  रहता और जघन्य समाधि वाला सात आठ भव में  संसार से पार हो जाता है।
  आर्यिका श्री ने कहा कि हम अपने जीवन में जो धर्म तो करते हैं वह कहीं न कहीं किसी न किसी बवाल में काम आती है उसका फल आत्मा को अवश्य मिलता है।श्रेष्ठ परिणामों का श्रेष्ठ फल होता है। मुनि श्री तरूण सागर जी जैनेन्द्र भगवान के भक्त थे उनके बताये हुए मार्ग का अनुसरण करने वाले थे,श्रेष्ठ साधक थे।आप देवगति प्राप्त करके भी वहां पर भी धर्म का फल प्राप्त करना सम्यग्दर्शन को प्रबल करना। मंजिल है कर्मों से छूटना। उत्कृष्ट मंजिल मोक्ष को प्राप्त करना।
 आर्यिका श्री ने तरूण सागर जी के विरह मे श्रावको को संबोधन देते हुए कहा कि- आज मृत्यु महोत्सव का दिन है हम जानते हैं कि भक्तों का हृदय दुःखी हो रहा है जब आदिनाथ भगवान को निर्वाण हुआ तब भरत को बहुत दुःख हुआ क्योंकि अब हमें आत्म हित की बात कौन  बतायेगा ।   
 मुनि श्री तरूण सागर जी बाहर से तो जा सकते हैं लेकिन भक्तों की श्रद्धा से नहीं जा सकते।अपनी श्रद्धा,भक्ति मे उनके दर्शन करो और खुश रहो। लखनादौन समाज ने मुनि श्री के चरणों में विनयांजलि पुष्प अर्पित किए।

Friday, September 7, 2018

जिनागम पंथ जयवंत हो जय

    दबंग रिपोर्टर*रन्‍जीत पुरी गोस्वामी
जिनागम पंथ जयवंत हो जय
जल की बूँद मोती की शोभा पा जाती है- आर्यिका श्री विद्यान्तश्री माताजी
   हे स्वामिन्! ऐसा मान कर मंदबुद्धि होने पर भी मेरे द्वारा यह आपका स्तवन प्रारंभ किया जा रहा है। जो आपके प्रभाव से सज्जन पुरुषों के चित्त को उसी प्रकार हरण करेगाजिस प्रकार निश्चय से जल की बूँद कमलिनी के पत्तों पर मोती की कांति को प्राप्त होती हैं। 
    ऐसा विमर्श भक्त नगरीलखनादौन में पपू भावलिंगी संत की शिष्या जिन धर्म प्रभाविका आर्यिकाश्री 105विद्यान्तश्री माताजी ने श्री भक्तामर स्तोत्र जी के 8वें काव्य में आचार्य भगवन मानतुंग स्वामी की भक्ति की महिमा गाते हुए बताया।
     आचार्य मानतुंग ने आदिनाथ भगवान की भक्ति कभी की होगी लेकिन उनके काव्य के शब्दों की कांति तो आज भी वैसी ही है। अंधकार समाप्त करना है तो प्रकाश की ओर आगे बढ़ना होता है निमित्त कुछ नहीं करता ऐसी गलत धारणा कभी अपने अन्तःकरण में मत डाल लेना।आर्यिका श्री की मंगल वाणी प्रवाहित हो रही थी,हुआ क्याइतने में लाइट चली गईमाइक बंद हो गया।आर्यिका श्री बोली देखो! निमित्त के बिना कार्य सफल नहीं होता।मेरी आवाज सभी तक पहुँच सके इसके लिए यह माइक निमित्त है। हम भक्ति का प्रभावगुरू कीजिनेन्द्र भगवान की वाणी को आप तक पहुँचाना चाहते हैं। उपादान शक्ति (मैं) मौजूद हूँ लेकिन अभी निमित्त कार्य रूप परिणत नहीं हो रहा है। इतने में एक दीदी उठी और दूसरा माइक लेकर आ गई।और  उनके आते ही बिजली का प्रकाश कौंद पड़ा।आर्यिका श्री बोल पड़ी- जब कार्य होना होता है तब निमित्त भी मिल जाते है।इसमें मेरा कोई प्रभाव नहीं है यह तो सब आपके पुण्य से हुआ है।जैसे आचार्य भगवन मानतुंग स्वामी आदि प्रभू से कहते हैं कि-मुझ अल्प बुद्धि के द्वारा किया हुआ आपका स्तवनगुणगान सज्जन पुरुषों के चित्त को हरण करेगा इसमें भी एक मात्र आपका प्रभाव है। सज्जन पुरुष तत्त्वों की गहराई में जाते है और उसी रूप हो जाते है। हम भी परमात्मा की भक्ति करके,गुरू भक्ति करके उनके समान बने।
 अगर सागर से दूर हो गए तब उसकी गहराई को कैसे जान पायेंगेइन्द्र धनुष के पास न आकर उसके रंगों को कैसे देख पायेंगे। तीर्थंकर भगवंतों की प्रतिमा कह रही हैं कि इतना निर्मल हो जाओ जिस प्रकार बच्चा रहता है। नग्न होने पर भी विकार नहीं होतासंतो की तरह निर्विकार बन जाओअहंकार नहीं आयेगा। लेकिन जैसे ही बच्चा बड़ा होता है विकार आने लगता है अपने तन को वस्त्रों से ढकने लगता है।कतिपय विद्वानों ने थोड़ा बहुत शास्त्रस्वाध्याय करके उसका अपना अर्थ निकाल कर अपना तर्क देना शुरू कर दिया हैअहंकारी बन गये हैं।सिंहासन कितना भी सुन्दररंग-बिरंगा हो अगर उस पर पवित्र आत्मा न बैठे तब तक उसकी सुन्दरता नहीं होती।उसी प्रकार पुरूषों की शोभा उसके रूप से नहीं उसके सम्यक् गुणो सेनिर्मल स्वभाव से है। यह काव्य भी सज्जनो के लिए हैदुर्जनो के लिए नही। व्यवहार भी निमित्त के सहारे से चलता है।हम साधु और आप श्रावक लखनादौन में भक्ति आराधना अपनी साधना कर रहे है तो निमित्त कौन है- प. पू. भावलिंगी संतश्रमणाचार्य गुरुदेव श्री १०८ विमर्शसागर जी महामुनिराज अगर निमित्त को छोड़ दिया तो मुँह बल गिरोगे। जल की बूँद मोती की शोभा पा जाती है कमल पत्तों का प्रभाव है। हमारा जीवन भी पानी की बूँद की तरह क्षण भंगुर है। पानी की बूँद में तब तक कोई सार नहीं जब तक उसे परमात्मासंतों के चरणों में अर्पित न किया जाए।एक धनपाल नाम का वैश्य था ।नाम तो धनपाल थाकिन्तु था फटेहाल। उसके वंश का कोई अंश भी नहीं  थादु:खी रहता था।एक दिन परोपकारीउदार चित्तनिष्पृहीसंत चन्द्रकीर्ति और महाकीर्ति नाम के दिगम्बर मुनिराज का आगमन हुआ।नेपाल भी मुनि दर्शनार्थ पहुँचा और विनय से मुनिराज को अपनी सारी कथा व्यथा सुना दी।विशेष ज्ञानी मुनिराज ने उनके अंतरंग को पढ़ लिया और श्री भक्तामर जी स्तोत्र के आठवें काव्य का ॠद्धि मंत्र के साथ विधि पूर्वक व्याख्यान किया जिससे नेपाल की आठवें  काव्य पर प्रगाढ़ श्रद्धा हो गई। काव्य है-
मत्वेति नाथ! तव संस्तवनं मयेद-
मारभ्यते तनु-धियापि तव प्रभावात्।
चेतो करिष्यति सतां नलिनी-दलेषु,
मुक्ता-फल-द्युतिमुपैति ननूद - बिन्दु:।।8।।
 फलस्वरूप उसको धन और पुत्र दोनों की प्राप्ति हो गई। पुत्र के जन्म पर पिता वैरागी हो गया और  आगे जाकर पुत्र और माँ भी वैरागी हो गए। धर्म के फल से संसार के सुख के साथ-साथ परमार्थ का सुख भी प्राप्त होता है। अब वह धनपालधर्मपाल बन गया। आर्यिका श्री ने कहा कि- जो लोग भीतर से अमीर होते है वह दान धर्म करने में सबसे आगे रहते है यहां जितने भी है सब बड़े पुण्यात्मा है अंहकार से विरत होकर संत की शरण में बैठे हैं  अपना कल्याण कर रहे है।
 "तुम्हारे पास दौलत हैहमारे पास दौलत है।तुम्हारी छूट जाएगी,हमारी साथ जाएगी। अपनी योग्यता के अनुसार दान धर्म कर लो तो तुम्हारी दौलत भी तुम्हारे साथ जाएगी।

Wednesday, September 5, 2018

लखनादौन कांग्रेस कमेटी ने डीजल-पेट्रोल के बढे दामों पर एकदविसीय धरना दिया

     दबंग रिपोर्टर*रन्‍जीत पुरी गोस्‍वामी
लखनादौन कांग्रेस कमेटी ने डीजल-पेट्रोल के बढे दामों पर एकदविसीय धरना दिया
आज दिनांक 05/09/2018 को कांग्रेस द्वारा बिरोध प्रदर्शन किया गया जो मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष माननीय कमलनाथ एवं जिला कांग्रेस कमेटी के निर्देश अनुसार पेट्रोल-डीजल के बढ़ती महंगाई के विरोध में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में आज धरना प्रदर्शन लखनादोन के बीच बस स्‍टेंड में आयोजन रखा गया है जिसमें लखनादोन के समस्‍त्‍ कांग्रेंस कमेटी व एनएसयूआई ने मिलकर भाजपा सरकार को निशाने साधते हुये जमकर कोसा गया,और कांग्रेस कुछ नेताओ ने केन्‍द्र के मुददो के अलावा लोकल में लग रहे अनाप-सनाप टैक्‍स की वसूली पर ऐतराज जताते हुये कहा कि केन्‍द्र से जीएसटी व टैक्‍स की मार तो पड ही रही है वही नगर पंचायत में भी मनमाने ंढग से नागरिको को टेक्‍स की आड में नजता से खुली लूट चल रही है जिससे कार्यकताओ ने पुरजोर विरोध किया वही केन्‍द्र व राज्‍य सरकार दोनो को काषते हुये कहा कहा कि जबकि अन्‍य राज्‍यो की अपेक्षा म्रप्र. में अधिक टैक्‍स वसूलने के कारण डीजल-पेट्रोल की कीमत भी अधिक है और केंन्‍द्र सरकार भ्ी अपने दामो को कम करने की बजाये दिनों दिन बढाये जा रही है आमजनता की इस मंहगाई जनता की कमर टूट रही है, केन्‍ंद्र एवं राज्‍य की सरकार के कान में इस बढती हुई की कान में जॅूं तक नही रेंग रही हे, और चुनाव के आते आते तक ऐसा प्रतीत होता है कि 100 रूपये के पार हो जायेगा,परन्‍तु अब जनता जागरूक हो गयी है इनके जुमले बाजी व जनता से किया कुठाराघात जो किया जनता अब समझ चुकी है ,और जनता अब इनके झूठे वादे एवं छलावे में नही आने वाली,और  आने वाले चुनाव में सरकार को खामियाजा भुगतना पडेगा ा
जिसमें मौजूदगी पदाधिकारियो में कांग्रेस से ब्‍लाक अध्‍यक्ष प्रशांत यादव,मडी अध्‍यक्ष दीपक निगम,सुबोध नेताम, संजय अग्रवाल’पार्षद ,मुकेश गोल्‍हानी उर्फ माइकल,श्‍याम अग्रवाल,सुरज पारासर, प्रवीण सोनी, व एनएसयूआई युवा कार्यकताओ के साथ स्‍थानीय पत्रकार बंधू की भी भारी संख्‍या में मैजूदगी रही ा

Tuesday, September 4, 2018

लखनादोन के केयर पेथोलाजी पर हुई एफआईआर.दर्ज


   दबंग रिपोर्टर*रन्‍जीत पुरी गोस्‍वामी
लखनादोन के केयर पेथोलाजी पर हुई  एफआईआर.दर्ज
वैसे तो देखा गया कि लखनादौन नगर की स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यवस्‍था चरमराई हुई है इसी व्‍यवस्‍था को नजर अंदाज करते हुये प्रशासन को ठेगा दिखाते कुछ पेथोलाजी लेब भी धडल्‍ले से अवेध रूप संचालित होते हुये रिपोर्ट भी मन मुताबिक दे रहे है ओर ऐसा भी हो रहा कि इसको संचालन करने के लिये जिसे होना चाहिये वह भी न चलाकर अन्‍य लोग संचालित कर रहे जिससे गलत रिपोर्ट भी आ आती है जो इसी रिपोर्ट के आधार पर डाक्‍टर इलाज करते है ओर जनता को गुमराह करते हुये मनमर्जी से इलाज कराने को मजबूर किया जा रहा है, खैर इस तरह से तो अनेको मामले सामने आ रहे है आरै आयेंगे ही जो प्रशासन को ठेगा दिखाते हुये अवैध रूप से संचालित हो रहे है, ऐसा ही मामला सामने आया जो लखनादोन नगर के बीच स्थित डा. जगदीश प्रसाद के बाजू मे स्थित केयर पेथोलाजी कलेक्‍शन पांइट संचालक के नाम से एफआईआर दर्ज हुई जिसमे नगर के प्रष्ठित संवाददाता प्रदीप गिरदौनिया व उनके सहयेागी संवाददाताओ द्वारा मामला दर्ज किया गया, जिसमें पाया गया कि यह केयर पैथालाजी गलत रिपोर्ट देते हुये अनेको जानकारी से गुमराह भी किया जाता है जिसमें जनता को काफी परेसानियो का सामना करना पडता है, इत्‍यादि बातो केा ध्‍यान में रखते हुये लखनादौन एसडीएम अंकुर मैश्राम जी व लखनादौन टीई नागोतिया जी ने संज्ञान में लेते जाचं को विवेचना में लिया,अब देखते हे इस तरह से जो फर्जी तरीके से गलत रिपोर्ट दे रहा है अब किस हद तक कार्यवाई होती है यह तो समय ही बतायेगा  
 इनका कहना है-
1.  मेरे पास इस बात की जानकारी अभी आई हुई है अब इस बात को संज्ञान मे लेते हुये कार्यवाई      जरूर की जावेगी  लखनादौन एसडीएम- अंकुर मैश्राम
2. ठीक है इस बात को संज्ञान में लेते हुये उचित कार्यवाई जरूर की जायेगी
    लखनादोन टीई- महादेव प्रसाद नागोतिया


Monday, September 3, 2018

केन्‍द्रीय विघालय लखनादोन शुभारंभ के उपरान्‍त,अपने ही कार्यकर्ताओ पर भड़के- मंडला सांंसद

   दबंग रिपोर्टर*रन्‍जीत पुरी गोस्‍वामी
केन्‍द्रीय विघालय लखनादोन शुभारंभ के उपरान्‍त,अपने ही कार्यकर्ताओ पर भड़के- मंडला सांंसद,
लखनादोन:-लखनादौन में केन्‍द्रीय विघालय के शुभारंभ में शामिल हुये सिवनी मण्डला सांसद फग्गन सिंग कुलस्ते अपने ही कार्यक्रताओं पर भड़क उठे ,ग्रामीण कार्यकर्ता सांसद से एक पुरानी मांग के संबंध में मिलने के लिए आये हुए थे की सांसद जी को याद दिला दिया जाए की आपकी एक पुरानी घोषणा हैं कि खामिया गोसाई ग्राम में उप सोसायटी खोली जायेगी l जब कार्यकर्ताओ ने उन्हें पत्र के माध्यम से अवगत कराना चाह रहे थे की सांसद महोदय ने पत्र लेने से इंकार कर दिया और सार्वजानिक मंच से इन ग्रामीण कार्यकर्ताओ के साथ वरिष्ट भा जा पा नेता को अपमानित कर दिया  बस इसी बात से कार्यकर्त्ता नाराज हो गए और सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को कार्यक्रम के बाद घेर लिया मामले की सांसद अपने ही खिलाफ माहौल बनते देख कार्यकर्ताओ को रूखे अंदाज में समझाने की कोशिश करते देखे गए परन्तु मामला दोनों पक्ष से सम्भलते न देख सांसद महोदय कुछ बड़बड़ाते हुए अपनी गाड़ी में बैठ रवाना हो गए l
वही दूसरी और लखनादौन जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री मती जलसों बाई ने भी सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते पर गंभीर आरोप लगाते हुए कंहा की सांसद क्षेत्र के विकास में कोई ध्यान नही देते मेने स्वमं 50 से अधिक पत्र लिखे 4 बार घर आफिस मिलकर आई लेकिन एक भी काम स्वीकृत नही हुये,अब सांसद जी से विकास की उम्मीद करना छोड़ दिए हैं l इसी बात को लेकर जब जनपद के उपाध्‍यक्ष अनिल गोल्‍हानी से पूछा तो उन्‍हाने भी जबाब देते हुये कहा कि इस तरह से कोई बहस की बात नही हे उसे समझाइस दी गयी थी कि वह हमारा पुराना वरिष्‍ठ कार्यकर्ता है जब मंच पर कार्यक्रम चलता है तो उस किसी भी प्रकार का आवेदन लेकर मंच में नही आना चाहिये था , जिसके कार्यक्रम के बाद पर्यापत समय दिया जाता है जबकि इस कार्यक्रम में सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन, जनपद उपाध्‍यक्ष अनिल गोल्‍हानी, नगर पालिका अध्‍यक्ष जितेन्‍द्र राय, केन्‍द्रीय विघालय संगठन जबलपुर संभाग के उपायुक्‍त श्री मति शाहिबा परवीन, लखनादोन एसडीएम- अंकुर मेश्राम इत्‍यादि जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, पत्रकार बंधू ,ग्रामीण व नगरवासी की भारी संख्‍या मोजूद रही
  इनका कहना है-
सांसद क्षेत्र के विकास में कोई ध्यान नही देते मेने स्वमं 50 से अधिक पत्र लिखे 4 बार घर आफिस मिलकर आई लेकिन एक भी काम स्वीकृत नही हुये,अब सांसद जी से विकास की उम्मीद करना छोड़ दिए हैं-
 श्री मति जलसों बाई- जनपद अध्यक्ष लखनादौन
2;- हमारा बहुत अपमान हुआ है, जबकि हम सोसायटी से परेसान हाने के चलते उनके बुलाये अनुसार ही ज्ञापन देेने गये हुये थे जिसको लेने से मना किया गया और अपमान करके भगा दिया गया जिसको चुनाव के समय आने पर ही बताया जायेगा,की जमीनी स्‍तर के कार्यकर्ता क्‍या कर सकते है -
 सरपंच पति-दर्शराम बरकडे, मनोज विश्वकर्मा इत्‍यादि भा जा पा कार्यकर्ता खमरिया गोसाई
3. इस तरह से कोई बहस की बात नही हे उसे समझाइस दी गयी थी कि वह हमारा पुराना वरिष्‍ठ कार्यकर्ता है जब मंच पर कार्यक्रम चलता है तो उस किसी भी प्रकार का आवेदन लेकर मंच में नही आना चाहिये था -जनपद उपाध्‍यक्ष- अनिल गोल्‍हानी -

Saturday, September 1, 2018

15 साल भाजपा सरकार-18 हजार किसान ने की आत्महत्याएं

  •    दबंग रिपोर्टर-रंजीत पुरी गोस्वामी
  • 15 साल भाजपा सरकार-18 हजार किसान ने की आत्महत्याएं,?
हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश की!एक ऐसा प्रदेश जो पूर्णतः कृषि प्रधान प्रदेश है!लेकिन,इस प्रदेश के किसानों का दुर्भाग्य है कि प्राकृतिक आपदा⛈ से फसल🌾 खराब होने की वजह से वो अपनी जिंदगी से हार मानकर आत्महत्या कर लेते हैं!क्या किसानों की आत्महत्या को रोकना असंभव काम है या फिर सरकार की नीयत खराब है...जब शराब🍷 बनाने वाले विजय माल्या जैसे उद्योगपतियों का कर्जा सरकार माफ कर सकती है तो अपने प्रदेश के अन्नदाता का क्यों नहीं,मनुष्य को जीने के लिए शराब🍷 जरूरी है या फिर अन्न🌾?हर बार किसानों के साथ ही भेदभाव किया जाता है:फ़सल🌾 मंडी में पहुंचते ही फसल🌾 का दाम कम कर देते हैं!फसल🌾 बिकने के बाद उसका पैसा पूरा नहीं देते हैं!और आवाज उठाने पर किसानों के ऊपर गोलियां🔫 चलवाते हैं!क्या इतनी निर्दयी सरकार को सरकार में बने रहने का हक है?क्या खुद को किसान पुत्र कहने वाला सच्चा किसान पुत्र है या फिर सत्ता का लालची?क्या यह सभी बातें आने वाले चुनाव के समय ही किसान देंगे जबाब,,,? यह तो समय ही बताएगा,,,?