Sunday, March 29, 2020

सिर्फ बर्दी नहीं हमदर्दी भी,बना लखनादौन पुलिस प्रशासन*

सिर्फ बर्दी नहीं हमदर्दी भी,बना लखनादौन पुलिस प्रशासन*

*दबंग रिपोर्टर - जर्नलिस्ट रंजीत पुरी गोस्वामी*

हम रोज *रिपोर्ट - जर्नलिस्ट रंजीत पुरी गोस्वामी* रोज यही देखते हैं कि पुलिस को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए खुद खतरा उठा कर आपको इस खतरे से बचाने के लिए पुलिस के अफसर अपने घर - परिवार को अकेला छोड़कर आपके और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए सड़कों पर दिन रात डटे हुए हैं लेकिन जब पुलिस ने शक्ति की, तो कुछ लोगों को बड़ी समस्या हुई पुलिस  ने डंडे क्यों चलाएं, उठक बैठक क्यों लगवाए इत्यादि बातें सुनने में बड़ा ही अच्छा लगता है, कि पुलिस ने बहुत ज्यात्ती की , लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर पुलिस प्रशासन करें तो क्या करें, जो लोग किसी की बात सुनने को तैयार नहीं, हीरो गिरी दिखाना चाहते हैं, खतरे को समझने बिल्कुल तैयार नहीं है, जो लोग सिर्फ डंडे की भाषा समझते हैं उनका ,और क्या इलाज हो सकता है ,अगर पुलिस ने सख्ती नहीं की तो समझ लीजिए ऐसे लोग कभी नहीं मानेंगे और ऐसे लोगों की वजह से ही वायरस फेलेगा, फिर वही लोग जो आज पुलिस की आलोचना कर रहे हैं ,कहेंगे पुलिस ने शक्ति से काम नहीं किया ऐसे लोगों से हम यह कहना चाहते हैं कि, पुलिस का दूसरा रूप भी देख लीजिए जो बाहर से आ रहे मजबूर लोग ,मजबूरी बस मजदूरी करने बाहर गए ,आज वह पैदल चलने के लिए अपने गांव व शहर की ओर वापिस लौट रहे है, जिनके पास खाने पीने की व्यवस्था भी नहीं होने के चलते लखनादौन पुलिस प्रशासन की ओर से सेनेटाइज से हाथ धुलवाते हुए,खाने - पीने की व्यवस्थाएं की जा रही हैं,सभी को संक्रमण से बचने के उपायों के साथ भटकने वाले मजदूरों, राहगीरों को अपने ग्रामीण स्तर तक पहुंचाने के लिए फरकस प्रयास किया जा रहा है ऐसी इत्यादि जनहित की बातों को ध्यान रखते हुए लखनादौन पुलिस प्रशासन के निरीक्षक महादेव प्रसाद नागोतिया द्वारा बनाई गई जनहित को ध्यान रखते हुए  पीड़ित मानव सेवा समिति बनाकर लोगों तक भोजन की व्यवस्थाएं अनेकों महीने से कराते हुए यह अच्छी पहल संचालित की गई जो रोजाना लखनादौन के शासकीय सिविल अस्पताल में सभी मरीजों व स्टाफ के कर्मचारियों को निः शुल्क नास्ता वितरित करते अा रही है ,वही टीम आज मिलकर पुलिस प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाते हुए लखनादौन नगर ही नहीं बल्कि गांव-गांव तक जो भोजन से वंचित लोगों के पास भोजन लेकर घर घर पहुंच रही है,यहां के पुलिस प्रशासन का रवैया, वर्दी ही नहीं हमदर्दी का जीता जागता उदाहरण देखने को मिलेगा ।
*रिपोर्ट - जर्नलिस्ट रंजीत पुरी गोस्वामी*