दबंग रिपाेर्टर-रन्जीत पुरी गोस्वामी
आशा बहनो की नही सुन सके शिवराज मामू
लखनादौन विधानसभा की आशा कार्यकर्ता की समस्त बहने अपनी सामूहिक तरीके से दास्तान सुनाने व शिवराज मामू से जन आर्शीवाद यात्रा में मिलने आयी, जो बिगत अनेको सालो से इतनी कम पेमेन्ट में अपना पूरा परिवार व घरवार छोड शासन के साथ-साथ्ा जनता के एक-एक बच्चे व माताये बहनो का पूरा ख्याल रखना और उनकी सेवा में पूर्ण समर्पित भाव से इतनी ईमानदारी के साथ काम करना कोई इन बहनो से सीखे परन्तू बदले में उन्हे अनेको माह तक भी पेमेन्ट न मिलना यह बहुत ही शासन व प्रशासन के लिये शर्मनाक बात है,एक और देखा जाये कि शिवराज मामू कहते है कि हमारी बहनो को जरा भी तकलीफ नही होना चाहिये उन पर किसी भी तरह की आंच नही आना चाहिये, लेकिन प्रतीत यही हो रहा है कि,यह सब सिर्फ मंच में खडे होकर भाषण बस देना ही अच्छा लगता है परन्तु जमीनी हकीकत तो और भी कुछ कहती है जिसकी सच्चाई इनसे पूछे जो मीडिया के सामने मजबूर होकर अपनी व्यथा सुनाती है, क्योकि जिले के प्रशासनिक अधिकारी कुभ्भकरिणी निद्रा में लीन हुये है जो शिवराज मामू की बहनो की दास्तान सुनने को भी समय नही और न ही इनकी सेलरी देने की कोई विगत माह से सुध ले पा रहे,जबकि एक और देखा जाये तो पूरी जन आशीर्वाद यात्रा इन्ही बहनो का साथ देने आयी तेंदू पत्ती वाली बहनो का ही जमावडा लगा रहा और जब इस बात को प्रदेश के मुखिया से कहने आयी तो उनसे भी मिलने को मना करते हुय दबाब भी दिया गया,कि आपको किसी भी तरह से कोई ज्ञापन नही देना और कोई बात भी नही करनी है, और यह भी कहा गया कि आपको विभागीय वेशभूषा में न आकर फार्ममल साडी में आना है ,मना भी क्यो न करे क्योकि इन उच्चाधिकारियेां की लापरवाही जो उजागर हो जाती, फिर भी यह बेचारी बहने अब अपनी गुहार लगाये तो किससे लगाये, अब उनकी उम्मीद तो भगवान भरोसे ही रह गयी है, क्योकि जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि तो मूकबाधित नजर आ रहे ा

लखनादौन विधानसभा की आशा कार्यकर्ता की समस्त बहने अपनी सामूहिक तरीके से दास्तान सुनाने व शिवराज मामू से जन आर्शीवाद यात्रा में मिलने आयी, जो बिगत अनेको सालो से इतनी कम पेमेन्ट में अपना पूरा परिवार व घरवार छोड शासन के साथ-साथ्ा जनता के एक-एक बच्चे व माताये बहनो का पूरा ख्याल रखना और उनकी सेवा में पूर्ण समर्पित भाव से इतनी ईमानदारी के साथ काम करना कोई इन बहनो से सीखे परन्तू बदले में उन्हे अनेको माह तक भी पेमेन्ट न मिलना यह बहुत ही शासन व प्रशासन के लिये शर्मनाक बात है,एक और देखा जाये कि शिवराज मामू कहते है कि हमारी बहनो को जरा भी तकलीफ नही होना चाहिये उन पर किसी भी तरह की आंच नही आना चाहिये, लेकिन प्रतीत यही हो रहा है कि,यह सब सिर्फ मंच में खडे होकर भाषण बस देना ही अच्छा लगता है परन्तु जमीनी हकीकत तो और भी कुछ कहती है जिसकी सच्चाई इनसे पूछे जो मीडिया के सामने मजबूर होकर अपनी व्यथा सुनाती है, क्योकि जिले के प्रशासनिक अधिकारी कुभ्भकरिणी निद्रा में लीन हुये है जो शिवराज मामू की बहनो की दास्तान सुनने को भी समय नही और न ही इनकी सेलरी देने की कोई विगत माह से सुध ले पा रहे,जबकि एक और देखा जाये तो पूरी जन आशीर्वाद यात्रा इन्ही बहनो का साथ देने आयी तेंदू पत्ती वाली बहनो का ही जमावडा लगा रहा और जब इस बात को प्रदेश के मुखिया से कहने आयी तो उनसे भी मिलने को मना करते हुय दबाब भी दिया गया,कि आपको किसी भी तरह से कोई ज्ञापन नही देना और कोई बात भी नही करनी है, और यह भी कहा गया कि आपको विभागीय वेशभूषा में न आकर फार्ममल साडी में आना है ,मना भी क्यो न करे क्योकि इन उच्चाधिकारियेां की लापरवाही जो उजागर हो जाती, फिर भी यह बेचारी बहने अब अपनी गुहार लगाये तो किससे लगाये, अब उनकी उम्मीद तो भगवान भरोसे ही रह गयी है, क्योकि जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि तो मूकबाधित नजर आ रहे ा

No comments:
Post a Comment