दबंग रिपोर्टर-
रन्जीत पुरी गोस्वामी
लखनादौन के प्राइवेट संस्कार पब्लिक स्कूल ने छात्र/छात्राओं से किया कुठारघात,
नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा
संचालित होने से पहले तब छात्र/छात्राओं के पेरेंट्स अपने अपने बच्चों के लिए प्रवेश
पत्र बड़े ही खुश होकर निकलवाने गए तो पता चला की यहां पर बच्चों के प्रवेश पत्र ही
जेनरेट नही हो रहे , फिर कुछ समय बाद
पता चलता है कि उन 10 बच्चों के तो
फॉर्म ही नही भरे गए, जिसके कारण
प्रवेश पत्र जेनरेट नही हो पा रहे है और वह अब परीक्षा में नही बैठ पाएंगे ,फिर
बच्चों के माता-पिता ना खुश होकर अपने घर को वापिस चले जाते है जो इस
बात की जानकारी संस्कार पब्लिक स्कूल के संचालक संजय जैरद से पूछा गया तो उन्होंने
भी पलड़ा झाड़ते हुए अपनी गलती ना मानते हुए लखनादोन के बीआरसी कार्यालय व नवोदय
विद्यालय के ऊपर ठीकरा फोड़ते हुए खुद के बचाव में कहा कि हमने तो इन 10 बच्चों के फॉर्म 22 तारीख को ही जमा कर दिए थे उसके बाद उनकी जबादारी बनती थी
कि वो उन फॉर्म को ऑनलाइन या सबमिट करना था जो नही किये जिस कारण से बच्चे परीक्षा
देने से वंचित रहे, ओर यदि इसी संस्कार पब्लिक
स्कुल में किसी बच्चे की एडमिशन कराने के
लिए कोई बात आती हैं तो उसके लिए पूरे जिम्मेदारी के साथ बच्चों की डॉक्युमेंट
इत्यादि सभी की पूरी कोशिश करने को लग जातेे और पूरी मेहनत ईमानदारी के साथ करने लगते हैं
क्योंकि उनको उन बच्चों से मोटी रकम के तौर पर जो फीस मनामनी जो आती ,इस तरह से
इनका स्कूल और भी ज्यादा फलता फूलता नजर आता और आ भी रहा,शायद इसलिये भी इन्होने
पेसो के लोभ लालच मे आकर जिसम्मेदारी से दूर भागते हुये बच्चों के फांर्म सबमिट नही कराये,क्योकि
इनके यदि 10 बच्चे रेगुलर 5 वर्ष भी पढाई करते हे तो उन बच्चो से फीस के तौर
पर लाखो का फायदा जो होता,यदि यह बच्चों का नवोदय मे नाम दाखिल हो जाता
तो इनको लाखों का भी नुकसान जो हो जाता,खैर जो भी हो इसमें तो देखा जाये एक तरफा
बच्चो के भविष्य के साथ जो खिलवाड किया गया है,आखिर इन बच्चो की जिम्मेदारी
कौन लेगा , क्योकि यह कुल 10 बच्चे की नही बल्कि इस तरह शहर मे चल रहे अनेको स्कूलो
में सेकडों बच्चो के भविष्य के साथ जो हो रहा अन्याय व कुठारघात, पर जिले में
बैठै उच्चाधिकारी किस बात से मौन व चुप्पी साधे नजर आ रहे है जो आज तक किसी भी
तरह कि कोई कार्रवाई नही होती तो जिम्मेदार उच्चाधिकारी पर भी श्ंका पेदा होना लाजिब है और पुरी तरह से मिलीभगत भी समझ आती है, लगता है सिवनी जिले भर में यहां की हालत इस तरीके से हो गई अंधेर नगरी चौपट राजा, टका
सेर भाजी टका सेर खाजा ,की तौर पर कार कार्य करते हुए नजर आ रहे हैं,यहां पर
जो भी करना हो कुछ भी गैरकानूनी व गैरजिम्मेदार ढंग से अनैतिक कार्य करते रहो कोई
भी कितना भी शिकायत करें किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नही होगी और न ही हो पा रही अब जिले की भोली भाली जनता तो भगवान भरोसे ही रह जाती है ा
संस्कार पब्लिक स्कूल के संचालक संजय जैरद
No comments:
Post a Comment