दबंग रिपोर्टर-रन्जीत
पुरी गोस्वामी
लखनादोन विधानसभा से युवा दिलो की धडकन बन रहे-संदीप
उइके,
टिकट मिलने पर लड सकते हे विधानसभा चुनाव
लखनादोन ! वैसे तो एक तरफ देख जाये की लखनादौन आदिवासी विधानसभा
होने के कारण काफी पिछडी विधानसभाओं में से एक हे,जिसमें लगभग 366 बूथो, 208
पंचायते,1,36,000मेल व 1,30,000 फीमेल वोटें, से मिलकर बनी प्रदेश की दूसरी सबसे बडी
विधानसभा जिसको आज दिनांक तक जमीनी स्तर का स्थानीय विधायक न मिलना यह दुर्भाग्य
ही कहा जाये, यूं तो चुनावी समय आने पर अनेको नेता बरसाती कुकरमुत्तो की तरह निकल
आते है,और अपने अपने व्यापारिक कामकाज छोड व अन्य कामो में लिप्त प्रत्याशी भी
जनहितेशी बात कर टिकट हासिल करने लालियत होते हुये नजर आते है,भले ही जिनका किसी भी
तरह से जनहित में कोई योगदान व बजूद न रहा हो फिर भी न जाने ऐसा क्यों कुंछ चंद
रूपयो के दम पर टिकट हासिल करने की कवायद में लगते हुये पार्टी के हार्इकमान
को मनाने की होड लग जाती है, जिसके कारण लखनादोन विधानसभा का विकास आज दिनांक तक
रूका हुआ है,वही दूसरी और देखा जाये कि इसी विधानसभा से यदि कोई आदिवासी युवा उभर
कर जमीनी स्तर से निकल कर आया तो उसे भी बडे-बडे दिग्गज नेता भी लायक प्रत्यासी
को दबाने की कवायद में लग जाते है फिर पार्टी को हार का सामना करना पड जाता है, परन्तु
जिनके इरादे नेक हो उसे कैसे दबा पायेंगे,जिसे पूरी कायनात का आर्शीवाद मिलता हो,
इसी विधानसभा से निकलकर आ रहा एक स्थानीय व जमीनी स्तर से आदिवासियों के बीच से उभरकर युवा साथी संदीप उइके जो विगत वर्षो से सिर्फ जनता की सेवा करने अपना घर
परिवार छोड दिनभर पूरी विधानसभा में कही न कही भ्रमण करते हुये नजर आते है,
जिसको किसी भी तरह का लोभ-लालच और न ही पद का घमंड जो की बर्तमान में सांसद
प्रतिनिधि व भाजपा पार्टी से विधानसभा प्रभारी बल्कि पूर्व में भी आरएसएस. प्रचारक
होते हुये भी जनता के दिलो में जगह बनायी जिसका आज दिनांक तक किसी भी तरह का कोर्इ
लांछन लगा और न ही किसी भी तरह किसी ने विरोध जताया,बल्कि इस युवा साथी संदीप
उइके का विरोधी पार्टी के कार्यकर्ता भी सम्मान करते है, वैसे लखनादोन विधानसभा
में यदि पार्टी हाईकमान सर्वे कराये तो जनता के साथ-साथ विरोधी पार्टी के कार्यकर्ताओं
से पूछे तो भी इस युवा प्रत्यासी के बारे में सकारात्मक ही सुनने को मिलेगा, जो
लखनादोन विधानसभा की आदिवासी जनता के साथ जमीनी स्तर से जुडा हुआ व स्थानीय व्यक्ति
ही कुछ बदलाव ला सकता है जो जनता की पहली पंसद भी यही बनी हुयी है, जो विगत वर्षो
से लखनादोन विधानसभा से बाहर के लोग ही दावेदारी दिया करते थे परन्तु अब इस
विधानसभा के लोग शिक्षित और समझदार हो गये जिसके कारण बाहर लोगों की अब यहां किसी
भी प्रकार की दाल गल पाना बहुत ही मुश्किल हो चुकी है,यदि संदीप उइके जैसे होनहार
शिक्षित, स्थानीय, जमीनी स्तर से कार्य करना, आदिवासी भाइयों के साथ संवर्णो को भी
अपने साथ लेकर चलना, अनेको बातों का ध्यान रखकर्, जनता की उम्मीद बने इस युवा
प्रत्यासी को भारी बहुमतो से विजय मिल सकती हैा
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